छत्तीसगढ़ की सियासत में एक नया विवाद सामने आया है। पूर्व गृहमंत्री और भाजपा नेता ननकीराम कंवर ने आयुष विभाग के संयुक्त संचालक सुनील कुमार दास की पदोन्नति पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया को पत्र लिखकर कड़ी आपत्ति जताई है।
कंवर ने पत्र में लिखा है कि सुनील कुमार दास के खिलाफ राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, नई दिल्ली में गंभीर प्रकरण दर्ज है। आयोग ने इस मामले में मुख्य सचिव अमिताभ जैन को समन जारी किया था, और विभाग को 15 दिन में जवाब देने के निर्देश भी दिए थे।
पूर्व मंत्री का आरोप है कि अवर सचिव (चिकित्सा शिक्षा - आयुष) ने इस मामले की जानकारी छिपाकर प्रमोशन की प्रक्रिया आगे बढ़ा दी, जो कि मुख्य सचिव के निर्देशों का उल्लंघन है। कंवर ने लिखा कि एक लंबित जांच के बावजूद दास को संचालक पद पर प्रमोट करना नियमों के खिलाफ है।
पूर्व मंत्री की मांग:
* सुनील कुमार दास की पदोन्नति को तत्काल रोका जाए।
* जानकारी छिपाने वाले जिम्मेदार अधिकारी पर सख्त कार्रवाई की जाए।
क्या है मामला?
* दास पर अनुसूचित जनजाति आयोग में प्रकरण
* आयोग की पूछताछ के बाद विभाग से मांगा गया जवाब
* अवर सचिव पर आरोप – प्रमोशन फाइल बढ़ाने में लापरवाही
राजनीतिक गलियारों में हलचल
इस मामले के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अमले में भी चर्चा तेज हो गई है। कंवर के आरोपों से सरकार पर पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।

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