मोबाइल या साइट से डेटा नहीं होगा चोरी : जानें कैसे..? छत्तीसगढ़ के डॉ. दीवान किया‌ ने रिसर्च.. मिला अवॉर्ड

छत्तीसगढ़ टाइम्स डॉट कॉम । रायपुर

देशभर में लगातार हो रहे साइबर क्राइम, फ्रॉड व डेटा चोरी के बढ़ते मामले व ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाने छत्तीसगढ़ के शिक्षाविद व वैज्ञानिक डॉ. तरुणधर दीवान ने नई तकनीकी ईजात की है। जिसके लिए एमटीएमआई अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस में उन्हें सर्वश्रेष्ठ रिसर्च पेपर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।


शारदा स्कूल ऑफ बिजनेस स्टडीज, शारदा विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा एवं डीबीएमए यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड ईस्टर्न शोर, यूएसए के सहयोग से डॉ. तरुण धर दीवान (परीक्षा नियंत्रक, अटल बिहारी बाजपेयी विश्वविद्यालय) को एमटीएमआई अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस मे सर्वश्रेष्ठ रिसर्च पेपर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है । प्रोफेसर दीवान द्वारा लिखा हुआ यह शोध पत्र इंटरनेट ऑफ थिंग्स के क्षेत्र में मूलतः डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता बढ़ाने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक के संबंध में है। आईओटी के क्षेत्र में विभिन्न उपकरणों के निर्माण कर सामान्य नागरिकों एवं सैन्य सुरक्षा के उपकरणों की सुरक्षा गोपनीयता एवं अखंडता को बढ़ाने में सहयोग इस विषय पर कार्य करने का मूल उद्देश्य है। 


प्रोफेसर दीवान ने बताया कि इसमें हम आईओटी सुरक्षा के समाधान करने वाले लेख का सर्वेक्षण किया है। हमने सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आईओटी डेटासेट की कमी सहित कई अवलोकन किया हैं, जिनका उपयोग अनुसंधान और व्यवसायी समुदायों द्वारा किया जा सकता है। इस शोध के दौरान हमने पाया कि आईवोटी डेटासेट की संभावित संवेदनशील प्रकृति को देखते हुए, अनुसंधान और व्यवसायी समुदायों और अन्य प्रासंगिक हितधारकों के बीच आईवोटी डेटासेट साझा करने के लिए एक मानक विकसित करने की आवश्यकता है। इस शोध पत्र की सराहना नीति आयोग के द्वारा भी की गई है, अंतरराष्ट्रीय कान्फ्रेंस ने डॉ. दीवान के रिसर्च पेपर को सभी रिसर्च पेपर मे बेस्ट माना साथ ही भविष्य मे इस रिसर्च पेपर के द्वारा दिये गये सुझाव को लागू करना भारत की सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, उन्होंने इस शोध पत्र को पूर्ण रूप से सैन्य सुरक्षा तथा नागरिकों के डाटा की गोपनीयता को बनाए रखने एवं  लोगों के साथ साइबर क्राइम, फ्रॉड एवं अन्य हो रहे अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए अचूक शोध साबित होगा। 

डॉ दीवान ने कहा आपके द्वारा किए गए रिसर्च से देश गौरान्वित हो या समाज का भला ऐसे शोध कार्य किये जाने की आवश्यकता है, आज भारत की सैन्य शक्ति तकनीक रूप से भी बहुत मज़बूत है लेकिन तकनीकी सुरक्षा मज़बूत करने के लिए हम अभी और अधिक रिसर्च करने की आवश्यकता हैं।

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