चैत्र नवरात्र: आदिशक्ति मां महामाया भक्तों पर बरसाएंगी विशेष कृपा.. प्रदेशभर के देवी मंदिरों में दो अप्रैल से शुरू होगी पूजा अर्चना..

छत्तीसगढ़ टाइम्स डाॅट काॅम | बिलासपुर

दो अप्रैल से चैत्र नवरात्रि प्रारंभ हो रहा है। धार्मिक नगरी रतनपुर सहित पूरे बिलासपुर में इस वर्ष जबरदस्त उत्सव का माहौल रहेगा। आदिशक्ति मां महामाया भक्तों पर विशेष कृपा बरसाएंगी। कोरोना महामारी के बीच दो साल बाद श्री सिद्ध शक्तिपीठ रतनपुर में माँ महामाया के दर्शन कर पाएंगे। सप्तमी पर पदयात्रा में देश-विदेश श्रद्धालु शामिल होंगे।

रतनपुर माँ महामाया मंदिर में नवरात्र पर फिर से वही उत्सव का नजारा होगा। एक लंबे अंतराल के बाद महामाया मंदिर में पुरानी परंपराएं वापस स्थापित होंगी। जानकारी के मुताबिक ट्रस्ट ने निर्णय लिया है कि इस वर्ष चैत्र नवरात्र बड़े धूम-धाम से पुरानी परंपराओं के अनुसार मनाया जाएगा। दो अप्रैल से 10 अप्रैल तक आयोजित होने वाली चैत्र नवरात्रि की तैयारियों को लेकर सिद्ध शक्तिपीठ रतनपुर महामाया मंदिर ट्रस्ट के साथ मंदिर प्रशासनिक अधिकारियों की एक बैठक हो चुकी है। इस बैठक में मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ जिला प्रशासन का नेतृत्व अतिरिक्त कलेक्टर जय श्री जैन ने किया था। बैठक में पीएचई, पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी, पुलिस विभाग शामिल हुए। इस वर्ष यहां लगभह 18 हजार मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किए जाएंगे। कोविड के प्रभाव के चलते शारदीय नवरात्र पर पद यात्रियों से मंदिर नहीं आने का आग्रह किया गया था। इस वर्ष स्थिति सामान्य होने पर कालरात्रि यानी महा सप्तमी की रात को मंदिर के पट रात भर खुले रहेंगे। श्रद्धालु पदयात्रा कर देवी के दर्शन करने के लिए पहुंच सकेंगे। पदयात्रा को लेकर भक्तों में खासा उत्साह रहता है। देश विदेश से भक्त इसमें शामिल होने आते हैं। कोविद संक्रमण के कारण विगत दो वर्षों से पदयात्रा संभव नहीं हो सका था। इस बार स्थिति सामान्य होने के बाद पदयात्रा की अनुमति मिली है। आदि शक्ति मां महामाया के दर्शन के लिए इस बार भक्तों को 19 घंटे का समय मिलेगा। सुबह पांच बजे से लेकर रात 12  बजे तक यहां देवी के दर्शन के लिए मंदिर के कपाट खुले रहेंगे। इस वर्ष परिसर में मेले का भी आयोजन किया जाएगा। हालांकि अभी भी मास्क और दो गज की दूरी का नियमो का पालन करना होगा। सुरक्षा के लिए पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। स्वास्थ्य विभाग का हमला भी यहां मुस्तैद रहेगा।

आरटीओ उपलब्ध कराएगी 50 बसें

कालरात्रि पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु रतनपुर महामाया मंदिर पहुंचेंगे, जिनकी घर वापसी के लिए अगले दिन यानी महाष्टमी की सुबह अतिरिक्त 50 बसे उपलब्ध कराने के लिए आरटीओ को निर्देशित किया गया है। विगत वर्षों की तरह इस वर्ष भी यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु जुटेंगे।

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