बिलासपुर के विकास और मान-सम्मान बढ़ाने के लिए मैं कोई कमी नहीं छोडूंगा : उपमुख्यमंत्री अरुण साव

बिलासपुर/-

बिलासपुर के विकास के लिए यहां की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए मैं किसी के कहने की प्रतीक्षा नहीं करूंगा, किसी के मांगने का इंतजार नहीं करूंगा, बिलासपुर मेरी कर्मभूमि है मैं अपनी कर्मभूमि के विकास के लिए अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करूंगा। बिलासपुर के विकास और मान-सम्मान बढ़ाने के लिए मैं कोई कमी नहीं छोडूंगा। उक्त बातें प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बालाजी फाउंडेशन द्वारा आयोजित चेतना: बिलासपुर और विकास कार्यक्रम में कहीं।


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में बिलासपुर के विकास को लेकर उपमुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि बिलासपुर के विकास के लिए हर जगह हर संभव स्थिति में उपलब्ध रहूंगा। यह विश्वास दिलाता हूं कि यहां की आवाज उठेगी और सुनी भी जरूर जाएगी। श्री साव ने कहा कि यह सही है कि बिलासपुर को वह हक और और मुकाम नहीं मिला, जिसका वह हकदार है। अब इसके लिए ईमानदारी से प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिलासपुर शहर को कुछ साल पहले सबसे अच्छा रहने वाले शहरों में से एक का स्थान मिला था और उसे इसी स्वरूप में बनाया जाएगा। बिलासपुर के सभी लोग एक परिवार की तरह रहते है और इस परिवार का प्रेम-भाईचारा बनाने की जिम्मेदारी हम सब की है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को बुलाकर कानून व्यवस्था के साथ ही नशे के कारोबार पर रोक लगाने के लिए सख्ती से कहा गया है। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल जल्द पूरा हो और कैंसर हॉस्पिटल का काम तेजी से हो इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बातचीत की गई है। बेहतर शिक्षा के लिए सभी कुलपतियों से लगातार बात हो रही है। अपने उद्बोधन के दौरान उन्होंने आयोजन समिति से बिलासपुर के विकास के लिए आगे भी ऐसे आयोजन किए जाने की बात कही।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता हरिभूमि के प्रधान संपादक डॉक्टर हिमांशु द्विवेदी ने बिलासपुर के विकास को लेकर किए गए प्रयास पर भी अपनी चिंताएं जाहिर की। उन्होंने कहा कि बिलासपुर का विकास आपसी सहयोग, चेतना और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ही हो सकता है। इसके लिए जनप्रतिनिधियों के साथ ही जनसहयोग की भी आवश्यकता होगी, जिस दिन ऐसा हो जाएगा, उस दिन बिलासपुर देश के सबसे खूबसूरत और बेहतर सुविधाओं वाले शहर के रूप में जाना और माना जाएगा।

कार्यक्रम में पहुंचे बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि इस तरह के आयेजन होते रहने चाहिए और हम सभी को मिलकर बिलासपुर के विकास के लिए काम करना होगा। तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि बिलासपुर में उनके रहने की पहली और अंतिम इच्छा है, क्योंकि इस शहर से उन्हें सबसे अधिक प्यार है। इसके विकास के लिए सबको मिलकर प्रयास करना होगा। यहां शिक्षा के लिए अच्छा संस्थान होने चाहिए तो स्वास्थ्य विभाग में बढ़ोतरी का जिम्मा हम सबका है। उन्होंने विलासपुर में वर्क कल्चर डेवल्प करने की बात कही। उन्होंने पर्यटन क्षेत्र में काम करने की आवश्यकता बताई और एक जंगल सफारी के लिए प्रस्ताव की बात कही ।

कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा जब क्षेत्र की बात आएगी तो हम सभी दल एक साथ मिलकर बिलासपुर के विकास की बात करेंगे। उन्होंने रतनपुर को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने की बात की। बेलतरा विधायक सुंशात शुक्ला ने कहा कि किसी भी शहर के विकास के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ ही जनसहयोग भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर को महानगर की सुविधा मिलनी चाहिए लेकिन महानगरीय संस्कृति से बचाना होगा। कार्यक्रम के आयोजक बालाजी फाउंडेशन के डायरेक्टर जितेंद्र चौबै ने सभी अतिथियों का सम्मान कर स्मृति चिह्न सौपा। कार्यक्रम का संचालन जय दुबे एवं यशवंत गोहिल ने किया। इस कार्यक्रम में शहर के 35 से ज्यादा संगठनों के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।

कार्यक्रम में डॉक्टर रजनीश पांडेय, राजेंद्र सिंह राजपूत डायरेक्टर डी सी टी रियल स्टेट, मनीष मोटवानी डायरेक्टर चरण स्पर्श, राजीव शर्मा, जयप्रकाश तिवारी दीपेश पाटीदार,गौतम लांबा, रोहन अग्रवाल,अभिषेक पांडेय, दीपक अग्रवाल, सपनदीप सिंह, संदीप शुक्ला, सागर सिंह, हर्ष दीवान, आशीष कोरी सहित बालाजी फ़ाउंडेशन के पूरी टीम उपस्थित रही। कार्यक्रम का मैनेजमेंट मिष्ठी एडवर्टाइजर्स की निकिता तंबोली के द्वारा किया गया।

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