हड़ताल: मनरेगा कर्मचारियों की दांडी यात्रा का गॉव- गॉव, नगर-नगर मे हो रहा स्वागत.. कई सामाजिक संगठनों का मिल रहा समर्थन

छत्तीसगढ़ टाइम्स डाॅट काॅम | रायपुर /-

नियमितीकरण की मांग को लेकर दंतेवाड़ा से पैदल चल कर रायपुर के लिए निकले दांडी यात्रियों का 17 अप्रैल को जिला मुख्यालय कोंडागांव में गाजे बाजे और फटाके फोड़कर फूलों की वर्षा करते हुए स्वागत किया गया। छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह पहला आंदोलन है जिसमें कर्मचारियों द्वारा 400 कि. मी. की दांडी यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें से 500 की संख्या में दांडी यात्री शामिल होकर कोंडागांव पहुचकर लगभग आधी दूरी तय कर ली है।
   
कोंडागांव में दांडी यात्रा का प्रतिनिधित्व करने वाली छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ की बस्तर संभाग अध्यक्ष सुश्री सारिका देवांगन ने बताया कि  12 अप्रैल को दंतेवाड़ा से सैकड़ों की संख्या में मनरेगाकर्मी  अपनी मांगों को मनवाने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से रायपुर तक इस भरी गर्मी में पदयात्रा अर्थात दांडी यात्रा पर निकले है। प्रदेश भर में 40 डिग्री तापमान में हमारे साथी हड़ताल पर बैठे है। लेकिन उनकी पीड़ा कष्ट संवेदनहीन सरकार नहीं समझ रही है। सर्व आदिवासी समाज के प्रमुख श्री बंगाराम सोढ़ी ने दांडी यात्रियों की मांग को जायज ठहराते हुए मौजूदा कांग्रेस सरकार से अपील की कि इनकी मांगों को जल्द  से जल्द पूरा करे।
      
जिले के समाजसेवी संस्था शांति फाउंडेशन प्रमुख श्री यतीन्द्र सलाम ने कहा कि यह बड़ा दुर्भाग्य है कि कर्मचारियों को अपनी मांगों के लिए दांडी यात्रा निकालनी पड़ रही है। कम वेतन में रोजगार सहायक विगत 15 सालो से कार्य कर रहे है।  भारतीय जनता पार्टी की पूर्व कैबिनेट मंत्री व प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री लता उसेंडी ने कहा कि सरकार ने सता में आने के पूर्व 10 दिनों में नियमितीकरण करने का वादा किया था, जो अब मुकर रही है। आम आदमी पार्टी के श्री आशुतोष पांडे ने कहा कि नियमितीकरण आपका अधिकार है। इसे राज्य सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए। दांडी यात्री आज जिला मुख्यालय कोंडागांव में ही विश्राम करेंगे,18 अप्रैल की सुबह  रायपुर की तरफ कूच करेंगे।

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