बसपन का प्यार के बाद अब बिलासपुरिहा सिद्धार्थ की कविता मचा रहा धमाल, छह साल की उम्र में अद्भुत प्रतिभा..

छत्तीसगढ़ टाइम्स डाॅट काॅम | बिलासपुर

जाने मेरी जानेमन, बसपन का प्यार मेरा, भूल नहीं जाना रे... छत्तीसगढ़ के सहदेव का यह गाना देशभर में सुपरहिट हुआ था। अब एक बार फिर छत्तीसगढ़ की इस माटी ने एक और विलक्षण प्रतिभा को सामने लाया है। महज छह साल की उम्र में बिलासपुर के सिद्धार्थ शर्मा का नाम विश्व के टॉप 100 विलक्षण प्रतिभावान बच्चों की सूची में नाम दर्ज हो चुका है। सिद्धार्थ की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह 20 मिनट तक बिना रुके दिग्गज कवियों की कविता पाठ कर सकता है इसके अलावा उसे कई वेद मंत्र और अनेक चीजें मुंह जुबानी याद है।

प्रख्यात कवि रामधारी सिंह दिनकर व अटल जी की कविताएं सुनाता है तो हर कोई स्तब्ध रह जाता है। वेदमंत्र तक कंठस्थ हैं। अद्भुत प्रतिभा का धनी यह बालक केवल कविताओं और वेदमंत्रों तक सीमित नहीं है। सौ तक का पहाड़ा, 20 तक का वर्ग एवं वर्गमूल मूंह जुबानी याद है। शतरंज की सौ प्रकार की ओपनिंग व पांच सौ तकनीकी शब्द तक याद है। सिद्धार्थ का नाम अब विश्व की 100 विलक्षण प्रतिभा में शामिल हो चुका है। रेलवे भर्ती बोर्ड कार्यालय में कार्यरत एवं हेमू नगर निवासी सुजश शर्मा के पुत्र सिद्धार्थ इतनी छोटी से उम्र में बहुमुखी प्रतिभा का धनी है। केंद्रीय विद्यालय में कक्षा दो में अध्ययनरत सिद्धार्थ को इसके अलावा शतरंज के विश्व चैंपियनों के नाम, भारत के राज्यों की राजधानियां, छत्तीसगढ़ के जिलों के नाम व भारत में स्थित रेलवे भर्ती बोर्ड के नाम भी आसानी से कंठस्थ हैं। सिद्धार्थ की इसी प्रतिभा को द चाइल्ड प्रोडिजी संस्था ने विश्व के सामने रखा। इसमें 64 देशों के प्रतिभावान बच्चों को शामिल किया गया। हाल ही में चंडीगढ़ में आयोजित द चाइल्ड प्रोडिजी अवार्ड-2022 से अलंकृत भी किया है। संस्था द्वारा विश्व के 100 विलक्षण प्रतिभाओं में सिद्धार्थ का नाम शामिल किया है। सिद्धार्थ का वीडियो अब यूट्यूब पर भी आने लगा है।

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